معمر شخص نے درخت سے لٹک کر کی خودکشی 

اندور(نیا نظریہ بیورو) مشرقی رنگ روڈ پر گرین بیلٹ کی زمین پر صبح ، لوگوں نے ایک معمرشخص کی لاش درخت پر لٹکی ہوئی دیکھی۔ اطلاع ملتے ہی پولیس موقع پر پہنچی اور نعش کو نیچے اتارا اور اسے پوسٹ مارٹم کیلئے اسپتال لائے۔پولیس کے مطابق ، پیر کی صبح یہ اطلاع ملی تھی کہ کھجرانہ چوراہے کے قریب رنگ روڈ پر گرین بیلٹ کی زمین پر ایک شخص نے درخت پر لٹک کرخود کشی کر لی ۔ اس پر پولیس ٹیم فوری طور پر موقع پر پہنچی اور پولیس نے نعش کو نیچے اتارا۔متوفی کے ساتھ ملنے والے دستاویزات کی بنیاد پر ، اس کی شناخت بہاری لال ولد تولا رام ،ساکن ونوبا نگر کے طور پر ہوئی ۔ اہل خانہ کی شناخت کے بعد اطلاع دینے کے بعد وہ بھی موقع پر پہنچے ۔ معاملے میں ، پولیس کا کہنا ہے کہ معاملہ درج کر جانچ کی جا رہی ہے ۔ تحقیقات کے بعد ہی خودکشی کی وجہ سامنے آئے گی ۔


 


Popular posts
एनएच-9 पर मंगलवार रात करीब 9 बजे सड़क के दोनों तरफ लोगों की भीड़ दिखी। ये लोग घरों तक पहुंचने के लिए किसी सवारी के इंतजार में थे। कभी कोई ट्रक उनके पास आकर रुकता तो सैकड़ों की भीड़ एक साथ उस ओर भागती। जिसे उस ट्रक में जानवरों की तरह लदने का मौका मिल गया, वह खुद को खुशकिस्मत महसूस करता है। जिन्हें ट्रक में जगह नहीं मिली, उन्होंने पैदल ही हापुड़ की ओर कदम बढ़ा दिए। कई किलोमीटर तक हाइवे पर केवल लोगों की ही भीड़ देखने को मिल रही है। इन लोगों का कहना है कि रात के वक्त पुलिस का पहरा कम होता है, इसलिए वे पूरे परिवार के साथ घर के लिए निकले हैं।
पूरे देश में लॉकडाउन के बाद कामकाजी गरीब तबके ने दिल्ली छोड़ना शुरू कर दिया है। सिर पर गठरी रखकर बच्चों को गोद में लेकर महिलाएं और पुरुष रात के अंधेरे में पैदल ही दिल्ली बॉर्डर पार करने का प्रयास कर रहे हैं। किसी तरह नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद की सीमा में प्रवेश करते ही इनमें खुशी दिखती है। इनमें से कुछ रुककर किसी सवारी का इंतजार करते हैं, जबकि बाकी पैदल ही आगे बढ़ जाते हैं।
कोरोना वायरस के खौफ के बीच रात के अंधेरे में हाईवे पर इन दिनों गाड़ियों की भीड़ के बजाय सैकड़ों पैदल लोगों को भीड़ दिख रही है। पूछने पर इनका कहना है कि जब उनके पास कोई कामकाज ही नहीं है तो दिल्ली में रुकने का कोई मतलब नहीं बनता। बॉर्डर पर पुलिस की चेकिंग से बचने के लिए ये लोग रेलवे पटरियों का भी सहारा ले रहे हैं। उनका कहना है कि किसी तरह वह अपने गांव पहुंच जाएं, जिसके बाद दोबारा नए जीवन की शुरुआत का प्रयास करेंगे।
तीन अरब डॉलर का रक्षा समझौता करेगा अमेरिका
Image
पुलिस कमीश्नर को दें विवादित बयान देने वाले भाजपा नेताओं पर एफआईआर की सलाह: हाईकोर्ट
Image